उप्र चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक नवयुवक द्वारा ‘डिजिटल सेंधमारी’ करके नक़ली वोटर आईडी कार्ड बनाए जाने की ख़बर बेहद गंभीर है। ऐसे घपलों के लिए पूरे राज्य में जाँच हो, पता तो चले कहीं इसे राज्याश्रय तो प्राप्त नहीं है।
ये चुनाव आयोग की सुरक्षा ही नहीं बल्कि गरिमा का भी सवाल है।