भारतीय जनता पार्टी के विषैले और भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ सुनवाई कर रहे दिल्ली हाईकोर्ट के सीनियर जज, जस्टिस एस मुरलीधर का रातों-रात तबादला कर दिया गया!
एक मजबूत व स्वतंत्र जुडिशियरी, न्यायपालिका इस देश की रीढ़ की हड्डी है।
यद्यपि ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई सरकार सत्ता के नशे में इतनी चूर है कि वह इस देश के संविधान, इस देश की न्यायपालिका, इस देश के नागरिकों, उन सबके विश्वास को कमजोर करती जा रही है। pic.twitter.com/h2qH7FEdda